time
• Written by user264480835
हाँ, ये वक़्त नहीं रुकता, कभी किसी के लिए,
बीत गया जो पल, वो फिर नहीं मिले!
(Verse 1)
चलते रहो, देखो घड़ी की सुइयाँ,
रुक गए अगर, फिर खो दोगे लड़ाइयाँ!
पल-पल बदलता है ये मौसम का हाल,
जो जागा वही लिखे अपनी मिसाल!
समय बड़ा बलवान, सुन ले इंसान,
जो इसे न समझे, वो हो जाए वीरान!
हर सेकंड की कीमत को पहचान,
वरना बीत जाएगा सारा अरमान!
(Chorus)
वक़्त की चाल, वक़्त का खेल,
जो ना समझा, उसका निकलेगा तेल!
पल जो गया, वो फिर आए ना,
जो इसे पकड़े, वही जीत पाए ना!
(Verse 2)
देख भाई, हर दिन नया मौका है,
पिछली गलतियों से सीख, ये ही रोशनी का धोका है!
जो जागा, वही पायेगा मुकाम,
जो सोया, रह जाएगा गुमनाम!
संघर्ष कर, मत कर आराम,
जो मेहनत करे, वही बनेगा महान!
कभी पीछे मत देख, बस आगे बढ़,
वक़्त के साथ चल, मत रख कोई सख़्त जड़!
(Bridge)
टिक-टिक, टिक-टिक, घड़ी बोले सच,
जो समय को समझे, वही पाएगा कच्छ!
लक्ष्य को पक्का रख, कभी ना हो ढीला,
वरना वक़्त तुझे बना देगा फकीरा!
(Outro)
वक़्त की चाल, तू पहचान,
जो इसे जीता, वही है महान!
अब ठान ले, रुकना नहीं,
हर लम्हा अनमोल है, खोना नहीं!
Feedback & Comments
About the Artist

user264480835
Member since February 18 2025